
तालिबान के नियंत्रण वाले अफ़ग़ानिस्तान में दर्दनाक हादसे में 73 लोगों की मौत हो गई, जिनमें 17 बच्चे भी शामिल हैं। यह हादसा उस वक्त हुआ जब एक बस — जिसमें ईरान से निकाले गए अफ़ग़ानी प्रवासी सवार थे — काबुल की ओर जा रही थी और अचानक उसमें आग लग गई।
बस में लगी आग, बचने का नहीं मिला मौका
तालिबान के सूचना और संस्कृति निदेशक अहमदुल्ला मुत्तक़ी ने बताया कि बस में सवार सभी यात्री मारे गए। इसके अलावा बस से टकराने वाले दो अन्य वाहनों में भी दो लोगों की जान चली गई।
ईरान से निकाले गए प्रवासियों का सफर मौत में बदला
ईरान हाल के महीनों में अवैध रूप से रह रहे अफ़ग़ानी प्रवासियों को निकालने की प्रक्रिया तेज़ कर चुका है। इन्हीं में से कई लोग उस बस में सवार थे।
1970 के दशक से अब तक लाखों अफ़ग़ानी, ईरान और पाकिस्तान की ओर शरण लेने के लिए पलायन कर चुके हैं, खासकर 1979 के सोवियत आक्रमण और 2021 में तालिबान की सत्ता वापसी के बाद।
दर्दनाक आंकड़ा और बढ़ सकता है?
हालांकि तालिबान प्रशासन ने 73 मौतों की पुष्टि की है, लेकिन ज़मीनी रिपोर्टों के अनुसार कुछ लोग अभी भी लापता हैं या बुरी तरह झुलसे हुए हैं। राहत और बचाव कार्य जारी है।
एक नज़र में – हादसे की मुख्य बातें:
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बस में आग लगने से 73 लोगों की मौत
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17 मृतक बच्चे
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यात्री ईरान से निकाले गए अफ़ग़ान प्रवासी थे
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हादसे में 2 अन्य वाहन भी शामिल
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सभी सवारों की मृत्यु की पुष्टि
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तालिबान अधिकारी ने हादसे की जानकारी दी
मानवता को झकझोरने वाली घटना
यह हादसा अफ़ग़ानिस्तान की बिगड़ती सुरक्षा व्यवस्था, प्रवासी संकट और आपातकालीन सेवाओं की विफलता को उजागर करता है। यह सिर्फ एक दुर्घटना नहीं, बल्कि लाखों प्रवासियों की मजबूरी की एक झलक है।
इस दुर्घटना में मारे गए लोगों को हमारी ओर से श्रद्धांजलि। हम सभी को इस घटना से सबक लेते हुए प्रवासियों की सुरक्षा और मानवीय सहायता पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए।